मित्र

Friday, April 9, 2010

रंगीन-मिजाज़ साऊथ इंडियन !!

सवाल : ऐसे साऊथ इंडियन को आप क्या कहकर बुलाएँगे , जो बहुत रंगीन-मिजाज़ का हो ?

जवाब : रंगराजन.

संता सिंह को किस प्रकार से डराया जाए ?

सवाल : संता सिंह को किस प्रकार से डराया जाए ?

जवाब : संता सिंह को बस एक आलपिन से ही डराया जा सकता है. आप उसकी तरफ़ फेंक दीजिये, वह भाग खडा होगा.........


क्योंकि वह यही समझेगा कि हैण्ड ग्रेनेड की पिन फेंक चुका है और अब बम आने ही वाला है.

आपका चपरासी बहुत भ्रष्ट है !!

एक व्यक्ति ने एक ऑफिसर से शिकायत की : आपका चपरासी बहुत भ्रष्ट है.

मैंने कहा साहब से मिलना है , तो कहने लगा सौ रुपये निकालो.

अफसर : तो आपने उन्हें सौ रुपये दिए ?

व्यक्ति: जी बिल्कुल नहीं , मैंने उसे एक रुपया भी नहीं दिया.

अफसर: जब आप मेरे चपरासी को एक रुपया भी नहीं दे सकते , तो आप से क्या उम्मीद की जा सकती है.

वो क्या बेवकूफी थी, हां !!

एक आदमी ने अपने दरवाज़े पर एक दस्तक सुनी.

उसने खोलकर देखा और वहां कोई नहीं था. उसने इधर उधर देखा और आखिरकार पाया कि एक छोटा सा घोंघा दरवाज़े पर बैठा था.

उसने उसे उठाया और सड़क के पार दूर फेंक दिया.

एक साल बाद उसने अपने दरवाजे पर एक दस्तक सुनी. उसने खोलकर देखा और वहां कोई नहीं था.

उसने इधर उधर देखा और आखिरकार पाया कि एक छोटा सा घोंघा दरवाज़े पर बैठा था.

घोंघे ने पूछा "वो क्या बेवकूफी थी, हां !!

Tuesday, April 6, 2010

मुझे बहुत ही गंभीर बीमारी है !!

मरीज़ : डॉक्टर, मुझे बहुत ही गंभीर बीमारी है, मैं बिल्कुल कुछ भी याद नहीं रख पाता, यहाँ तक कि जो अभी-अभी कहा है वह भी याद नहीं रख पाता. क्या करुँ ?

डॉक्टर : आप को अपनी इस समस्या के बारे में सबसे पहले कब पता चला ?

मरीज़ : कौन सी समस्या ?

Sunday, April 4, 2010

शादी के 15 साल बाद......

ग्राहक : मैं अपनी पत्नी की सालगिरह पर कोई उपहार देना चाहता हूं.

दुकानदार : आपकी शादी को कितने साल हो गए हैं ?

ग्राहक : 15 साल.

दुकानदार : सामने वाली दुकान पर चले जाइए, आधी कीमत पर सामान वहीं मिलता है.

Saturday, April 3, 2010

फिटनेस का राज़

हाल ही में हमारे पड़ोस में एक बूढ़े सज्जन रहने के लिए आए. काफी खुशमिज़ाज और जवांदिल लगते थे.

एक दिन मैंने उनसे पूछा, ' आप उम्र के लिहाज से काफी तंदुरुस्त और खुश दिखते हैं . आपकी फिटनेस का राज़ क्या है ?'

उन्होंने जवाब दिया , ' मैं रोज तीन पैकेट सिगरेट पीता हूं. शाम को दारू और बढ़िया मसालेदार खाना खाता हूं.

और हां , व्यायाम तो मैं कभी नहीं करता.

मैंने फिर पूछा , ' वैसे आपकी उम्र क्या होगी ?'

जवाब आया , ' 24 साल. '

मेरी बीवी होटल की खिड़की से कूदने वाली है !!

पति होटल मैनेजर से : जल्दी चलो , मेरी बीवी होटल की खिड़की से कूदने वाली है.

होटल मैनेजर : लेकिन इसमें मैं क्या कर सकता हूं !!

पति : अरे यार , खिड़की नहीं खुल रही है.

क्या तुम मुझे शादी के बाद भी प्यार करोगे !!

लड़की , प्रेमी सेः क्या तुम मुझे प्यार करते हो ?

लड़काः बिल्कुल जानेमन.

लड़कीः क्या तुम मुझे शादी के बाद भी प्यार करोगे ?

लड़काः ये तुम्हारे पति की इच्छा पर निर्भर है.

अगर वो चाहेगा तो , मैं जरूर प्यार करूंगा.

तुम मेरी फोटो क्यों ले जाते हो !!

प्रेमिका : जब भी तुम बाहर जाते हो तो मेरी फोटो क्यूं ले जाते हो ?

प्रेमी : मुझे जब भी कोई प्रॉब्लम होती है तो तुम्हारी फोटो देख लेता हूँ.

प्रेमिका : सच, क्या मैं तुम्हारे लिए इतनी लकी हूं,तो क्या तुम्हारी प्राब्लम साल्व हो जाती है ?

प्रेमी : एकदम, क्योंकि तुझसे बड़ी तो कोई प्रॉब्लम तो है ही नहीं !

 
''जरदारी ने करवाई मेरे पिता की हत्या'' नई दिल्ली. बेनजीर भुट्टो की भतीजी फातिमा ने आरोप लगाया है कि उसके पिता मुर्तजा भुट्टो की हत्या के पीछे राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का हाथ था। उसने बेनजीर पर हत्या की जांच में लीपापोती का आरोप भी लगाया है। यह दो टूक बात फातिमा ने करण थापर के ‘डेविल्स एडवोकेट’ कार्यक्रम में कही। करण ने फातिमा से पूछा था कि क्या 20 सितंबर 1996 को हुई मुर्तजा भुट्टो की हत्या में जरदारी का हाथ था? सत्ताइस वर्षीय फातिमा ने साफ कहा-‘हां।’ हालांकि जरदारी के खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हो पाया है। फातिमा का मानना है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर के अराजक कार्यकाल में उनके पिता सहित हजारों लोग मारे गए। सरकार उनकी थी। अत: नैतिक जिम्मेदारी तो उनकी भी बनती है। इन सारे प्रसंगों पर आधारित पुस्तक ‘सांग्स ऑफ ब्लड एंड स्वोर्ड’ की लेखिका फातिमा ने कहा कि पिता की हत्या के सारे गवाहों को बेनजीर की सरकार गिरने के बाद ही गिरफ्तार किया जा सका। मौके पर मौजूद पाकिस्तान के इंटेलीजेंस ब्यूरो के प्रमुख मसूब शरीफ को बाद में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की केंद्रीय कमेटी में ले लिया गया। फातिमा ने कहा कि पिता की हत्या के समय देश के राष्ट्रपति फारुख लेघारी ने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा कि मुर्तजा भुट्टो की हत्या में जरदारी का हाथ था। अपनी किताब में फातिमा ने बेनजीर और मुर्तजा के बीच के रिश्तों में खटास के कई उदाहरण दिए हैं। इनमें 1993 में बेनजीर द्वारा मुर्तजा को लरकाना से पार्टी टिकट नहीं देना भी शामिल है।